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राष्ट्रीय प्रतीक में शेरों के हावभाव को लेकर सियासत गरमाई

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नए संसद भवन पर लगे राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न अशोक स्तंभ में बने शेर।

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पहले से सारनाथ में मौजूद राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न अशोक स्तंभ में बने शेर।

प्रतीक बड़ा होने से दिख रहा अंतर : बीआर मणि

ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के पूर्व एडीजी बीआर मणि ने कहा कि 1905 में बनाए गए अशोक स्तंभ को भारत के संसद भवन के ऊपर स्थापित करने के लिए कॉपी किया गया है। मूल स्तंभ 7-8 फीट है जबकि नया बनाया गया स्तंभ लगभग 21 फीट है। इस तरह के अंतर के साथ परिप्रेक्ष्य बदलता है। जमीनी स्तर के कोण से देखने पर अलग होता है।

मूर्तिकार बोले-सरकार ने कुछ नहीं बदलवाया

राष्ट्रीय प्रतीक बनाने वाले मूर्तिकार सुनील देवरे ने कहा कि सरकार की ओर से हमें सीधा संपर्क नहीं किया गया था, हमारा करार टाटा की कंपनी के साथ था। किसी ने भी हमसे उस प्रतीक में बदलाव करने को नहीं कहा था। यह सारनाथ में मौजूद स्तंभ का ही कॉपी है।

राष्ट्रीय प्रतीक से न हो छेड़छाड़: इरफान हबीब

इतिहासकार एस इरफान हबीब ने भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, हमारे राष्ट्रीय प्रतीक के साथ छेड़छाड़ पूरी तरह अनावश्यक है और इससे बचा जाना चाहिए। हमारे शेर अति क्रूर दिख रहे हैं। ये अशोक की लाट के शेर हैं जिसे 1950 में स्वतंत्र भारत में अपनाया गया था।

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। नए संसद भवन पर लगाए गए राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न अशोक स्तंभ में शेरों के हावभाव पर मंगलवार को सियासत गरमा गई। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने मोहक और राजसी शान वाले शेरों की जगह उग्र शेरों का चित्रण किया है। जो अपने वास्तविक ऐतिहासिक लुक की तुलना में क्रूर दिख रहे हैं। सोशल मीडिया में भी इतिहासविद और अन्य लोग सवाल उठा रहे हैं। भाजपा ने जवाब दिया,कोई बदलाव नहीं किया गया है। विपक्ष को सरकार के हर काम में खामी नजर आती है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सारनाथ में अशोक के स्तंभ पर शेरों को पूरी तरह से बदलना भारत के राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान है। इसके साथ पार्टी ने सत्यमेव जयते नहीं होने पर भी सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि चिन्ह पर सत्यमेव जयते नहीं दिख रहा है। इसको अभी ठीक किया जा सकता है।

सिंघवी ने कहा कि सत्यमेव जयते हमारे देश का एक बड़ा महान स्लोगन है। यह हमारी सोच का हिस्सा है। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री जी कृपया शेर का चेहरा देखिए। यह महान सारनाथ की प्रतिमा को परिलक्षित कर रहा है या गिर के शेर का बिगड़ा हुआ स्वरूप है। कृपया इसे देखिए।

भाजपा का पलटवार

भाजपा नेताओं ने विपक्ष पर पलटवार किया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जिन लोगों ने संविधान तोड़ा, वे अशोक स्तंभ का क्या कहेंगे। अमित मालवीय ने कहा, नए संसद भवन में जो अशोक स्तंभ रखा गया है, वो पूरी तरह सारनाथ वाले मॉडल से ही प्रेरित है। उसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।

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